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IPPB Rolls Out Aadhaar-Based Face Authentication 2025 अब KYC बिना पेपर के होगा पूरा

Abhi Bishnoi

Published on: 02 August, 2025

IPPB Rolls Out Aadhaar-Based Face Authentication

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IPPB Rolls Out Aadhaar-Based Face Authentication:- क्या आपने कभी बैंकिंग लेन-देन के लिए फिंगरप्रिंट या ओटीपी की समस्याओं का सामना किया है? बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए ये तकनीकी अड़चनें अक्सर परेशानी का कारण बनती हैं। लेकिन अब IPPB Rolls Out Aadhaar-Based Face Authentication सुविधा के साथ, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) ने डिजिटल बैंकिंग को और आसान, सुरक्षित और समावेशी बना दिया है। 1 अगस्त 2025 से शुरू हुई यह सुविधा, विशेष रूप से उन लोगों के लिए वरदान है जो बायोमेट्रिक या ओटीपी आधारित सत्यापन में कठिनाई महसूस करते हैं। यह लेख आपको इस क्रांतिकारी तकनीक के बारे में सब कुछ बताएगा, ताकि आप इसका अधिकतम लाभ उठा सकें।

IPPB Rolls Out Aadhaar-Based Face Authentication क्या है?

IPPB Rolls Out Aadhaar-Based Face Authentication एक ऐसी तकनीक है, जो यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) के सहयोग से विकसित की गई है। यह ग्राहकों को केवल अपने चेहरे की पहचान के माध्यम से बैंकिंग लेन-देन करने की अनुमति देती है, बिना फिंगरप्रिंट या ओटीपी की आवश्यकता के। यह सुविधा न केवल समय बचाती है, बल्कि बुजुर्गों, दिव्यांगों और उन लोगों के लिए भी उपयोगी है जिनके फिंगरप्रिंट खराब हो चुके हैं। IPPB के इस कदम ने डिजिटल इंडिया और वित्तीय समावेशन के मिशन को नई गति दी है।

इस सुविधा की शुरुआत क्यों हुई?

भारत में डिजिटल बैंकिंग का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। NPCI के आंकड़ों के अनुसार, जून 2025 में UPI के माध्यम से 18.4 बिलियन से अधिक लेन-देन हुए। लेकिन कई लोग, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, तकनीकी बाधाओं जैसे खराब फिंगरप्रिंट या ओटीपी न मिलने की समस्याओं का सामना करते हैं। IPPB ने इस अंतर को पाटने के लिए Aadhaar-Based Face Authentication शुरू की है, जो निम्नलिखित समस्याओं का समाधान करती है:

  • फिंगरप्रिंट सेंसर की विफलता।
  • ओटीपी प्राप्त करने में देरी या नेटवर्क समस्याएं।
  • बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए जटिल सत्यापन प्रक्रिया।

IPPB Rolls Out Aadhaar-Based Face Authentication के प्रमुख लाभ

1. समावेशी बैंकिंग

यह सुविधा विशेष रूप से उन लोगों के लिए डिज़ाइन की गई है जो पारंपरिक बायोमेट्रिक सत्यापन में कठिनाई महसूस करते हैं। IPPB के एमडी और सीईओ, आर विश्वेस्वरन ने कहा, “हमारा मानना है कि बैंकिंग न केवल सुलभ, बल्कि सम्मानजनक भी होनी चाहिए। IPPB Rolls Out Aadhaar-Based Face Authentication यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी ग्राहक बायोमेट्रिक या ओटीपी सत्यापन की सीमाओं के कारण पीछे न छूटे।”

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2. कॉन्टैक्टलेस और सुरक्षित

स्वास्थ्य आपात स्थितियों, जैसे महामारी के दौरान, जहां शारीरिक संपर्क जोखिम भरा हो सकता है, यह तकनीक सुरक्षित और कॉन्टैक्टलेस लेन-देन को बढ़ावा देती है। यह UIDAI के मजबूत सुरक्षा ढांचे पर आधारित है, जो चेहरे की बायोमेट्रिक जानकारी को वास्तविक समय में सत्यापित करता है।

3. सभी बैंकिंग सेवाओं के लिए समर्थन

यह सुविधा IPPB की सभी प्रमुख बैंकिंग सेवाओं के लिए उपलब्ध है, जैसे:

  • खाता खोलना
  • बैलेंस पूछताछ
  • फंड ट्रांसफर
  • यूटिलिटी बिल भुगतान
  • बीमा प्रीमियम भुगतान

4. डोरस्टेप बैंकिंग

IPPB अपने 1.65 लाख डाकघरों और 3 लाख डाक कर्मचारियों के नेटवर्क के माध्यम से डोरस्टेप बैंकिंग प्रदान करता है। ग्राहक अपने नजदीकी डाकघर, डाकिया या ग्रामीण डाक सेवक (GDS) के माध्यम से इस सुविधा का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप IPPB के हेल्पलाइन नंबर 155299 या 033-22029000 पर संपर्क कर सकते हैं।

यह सुविधा किन्हें लाभ पहुंचाएगी?

ग्राहक वर्गलाभ
बुजुर्गफिंगरप्रिंट या ओटीपी की आवश्यकता के बिना आसान सत्यापन।
दिव्यांगशारीरिक बाधाओं के बावजूद स्वतंत्र रूप से बैंकिंग सेवाओं का उपयोग।
ग्रामीण ग्राहकडोरस्टेप बैंकिंग के माध्यम से आसान पहुंच, खासकर जहां नेटवर्क कमजोर हो।
खराब फिंगरप्रिंट वालेचेहरे की पहचान से बायोमेट्रिक सत्यापन की बाधा समाप्त।

कैसे शुरू करें?

IPPB Rolls Out Aadhaar-Based Face Authentication का उपयोग शुरू करने के लिए कोई जटिल प्रक्रिया नहीं है। नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:

  1. IPPB मोबाइल ऐप अपडेट करें: सुनिश्चित करें कि आपके पास IPPB मोबाइल बैंकिंग ऐप का नवीनतम संस्करण है।
  2. आधार नंबर लिंक करें: आपका आधार नंबर आपके IPPB खाते से लिंक होना चाहिए।
  3. फेस ऑथेंटिकेशन सक्षम करें: ऐप में लॉगिन करने के बाद, फेस ऑथेंटिकेशन विकल्प चुनें और निर्देशों का पालन करें।
  4. डोरस्टेप सेवा के लिए संपर्क करें: यदि आप डोरस्टेप बैंकिंग चाहते हैं, तो अपने नजदीकी डाकघर या डाकिया से संपर्क करें।

IPPB ने यह भी सुनिश्चित किया है कि इस सुविधा को अपनाने के लिए व्यापक जागरूकता अभियान और कर्मचारी प्रशिक्षण आयोजित किए जाएं, ताकि ग्राहकों को कोई असुविधा न हो।

डिजिटल इंडिया और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा

यह नई सुविधा सरकार के डिजिटल इंडिया और वित्तीय समावेशन मिशन के साथ पूरी तरह से संरेखित है। IPPB, जो डाक विभाग के तहत भारत सरकार का पूर्ण स्वामित्व वाला बैंक है, ने हाल ही में ‘डिजिटल पेमेंट्स अवार्ड 2024-25’ जीता है, जो डिजिटल भुगतान और वित्तीय समावेशन में इसके योगदान को दर्शाता है। इस तकनीक के साथ, IPPB का मिशन “आपका बैंक, आपके द्वार” और अधिक सशक्त हो रहा है।

भविष्य में क्या?

IPPB Rolls Out Aadhaar-Based Face Authentication केवल शुरुआत है। UIDAI और NPCI भविष्य में UPI भुगतानों के लिए भी बायोमेट्रिक सत्यापन को बढ़ावा देने की योजना बना रहे हैं, जिससे पिन की आवश्यकता समाप्त हो सकती है। यह तकनीक न केवल IPPB ग्राहकों के लिए, बल्कि निजी क्षेत्र की ऐप्स जैसे होटल, अस्पताल और ई-कॉमर्स के लिए भी उपलब्ध होगी, जैसा कि हाल ही में MeitY द्वारा शुरू किए गए आधार गुड गवर्नेंस पोर्टल में उल्लेख किया गया है।

निष्कर्ष

IPPB Rolls Out Aadhaar-Based Face Authentication ने डिजिटल बैंकिंग को नया आयाम दिया है। यह सुविधा न केवल तकनीकी बाधाओं को हटाती है, बल्कि बुजुर्गों, दिव्यांगों और ग्रामीण ग्राहकों के लिए बैंकिंग को अधिक सुलभ और सम्मानजनक बनाती है। चाहे आप खाता खोलना चाहते हों, फंड ट्रांसफर करना हो या बिल भुगतान करना हो, यह तकनीक आपके लिए सब कुछ आसान बनाती है। क्या आपने इस नई सुविधा का उपयोग शुरू किया है? अपने अनुभव को नीचे कमेंट में साझा करें या हमारे न्यूज़लेटर के लिए साइन अप करें ताकि आपको ऐसी और उपयोगी जानकारी मिलती रहे!